नई दिल्ली, 20 दिसंबर।नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के चेयरमैन केशव
चंद्रा ने आज चाणक्यपुरी स्थित इंडिया–अफ्रीका फ्रेंडशिप रोज़ गार्डन में दो दिवसीय वार्षिक
शीतकालीन गुलाब प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। यह प्रतिष्ठित प्रदर्शनी एनडीएमसी द्वारा द रोज़
सोसाइटी ऑफ इंडिया के सहयोग से आयोजित की गई है।
इस विंटर रोज़ शो में देशभर से आए प्रतिभागियों द्वारा 70 से अधिक किस्मों के गुलाब प्रदर्शित
किए गए हैं, जिन्हें 22 क्लास और 175 से अधिक सेक्शन में विभाजित किया गया है। प्रदर्शनी में
लगभग 1,250 एग्ज़िबिट्स शामिल हैं। करीब 10 बड़े संस्थान और 200 से अधिक एग्ज़िबिटर इस
आयोजन का हिस्सा बने हैं, जिससे यह राजधानी की सबसे जीवंत और बड़ी गुलाब प्रदर्शनी में से
एक बन गई है।
उद्घाटन के बाद चेयरमैन श्री केशव चंद्रा ने एनडीएमसी के हरित, सौंदर्यपूर्ण और पर्यावरण–अनुकूल
स्मार्ट सिटी के विज़न की सराहना की। उन्होंने द रोज़ सोसाइटी ऑफ इंडिया के प्रयासों की प्रशंसा
करते हुए कहा कि विभिन्न संस्थानों और स्थानीय व बाहरी गुलाब प्रेमियों की सक्रिय भागीदारी से
यह आयोजन अत्यंत सफल रहा है। उन्होंने कहा कि गुलाब प्रदर्शनी जैसे आयोजन नई दिल्ली को
हरित और सुंदर बनाने के एनडीएमसी के लक्ष्य से पूरी तरह मेल खाते हैं।
गुलाब के प्रतीकात्मक महत्व पर प्रकाश डालते हुए श्री चंद्रा ने कहा कि यह फूल कांटों के बीच भी
खिलकर सुंदरता और खुशबू फैलाता है, जो जीवन में मुश्किलों के बावजूद सकारात्मक बने रहने का
संदेश देता है। उन्होंने इसे पैशन, प्रकृति और ग्लोबल रोज़ मूवमेंट का उत्सव बताते हुए कहा कि
गुलाब की खेती कई लोगों के लिए महज़ शौक नहीं, बल्कि आजीवन जुनून है।
चेयरमैन ने दिल्ली और एनसीआर के लोगों को सप्ताहांत पर प्रदर्शनी देखने का आमंत्रण देते हुए
कहा कि यह आयोजन रंगों, खुशबूओं और हरियाली से भरपूर तनाव–मुक्त अनुभव प्रदान करता है।
यहां गुलाब प्रेमियों को अनुभव साझा करने और प्रकृति के करीब समय बिताने का अनोखा अवसर
मिलेगा।
प्रदर्शनी की रौनक बढ़ाने के लिए एनडीएमसी और नवयुग स्कूल के 50 से अधिक विद्यार्थियों ने
गुलाब थीम पर ऑन-द-स्पॉट चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लिया।
यहां स्टैंडर्ड, फ्लोरिबुंडा और मिनिएचर सहित गमलों में उगाए गए गुलाबों की विविध श्रेणियां देखने
को मिल रही हैं। गुलाबों के रंगों में गुलाबी, लाल, पीला, नारंगी, नीला, काला, हरा, खुबानी, दो-रंग,
धारीदार और मिश्रित खुशबूदार किस्में शामिल हैं। इसके अलावा कटे हुए फूल, प्लांटर, कलात्मक
गुलदस्ते, बटनहोल, माला, गजरे और वैल्यू–एडेड गुलाब उत्पाद भी प्रदर्शित हैं। ग्रीनहाउस में उगाए
गए गुलाब और बिना मिट्टी की खेती विशेष आकर्षण हैं।
गुलाब प्रतियोगिता में एनडीएमसी, सीपीडब्ल्यूडी, हुडा, पीजीआई चंडीगढ़ और पूसा संस्थान जैसे
प्रतिष्ठित संस्थान भाग ले रहे हैं। साथ ही, आर्टिस्टिक इकेबाना अरेंजमेंट प्रदर्शनी की दृश्यात्मक
अपील को और बढ़ाते हैं। गुलाबों का मूल्यांकन आईएआरआई, एनबीआरआई (पुणे), भोपाल,
कोलकाता और फरीदाबाद के विशेषज्ञ वैज्ञानिकों के पैनल द्वारा किया जा रहा है।
एनडीएमसी की यह गुलाब प्रदर्शनी रविवार, 21 दिसंबर 2025 को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक
आम जनता के लिए खुली रहेगी, जहां सभी आयु वर्ग के प्रकृति प्रेमियों को गुलाबों की मनोहारी
दुनिया का यादगार अनुभव मिलेगा।

