नई दिल्ली, 22 दिसंबर । दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की साइबर सेल यूनिट ने नकली
दवाओं और फर्जी कॉस्मेटिक उत्पादों की सप्लाई करने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने छापेमारी कर स्प्यूरियस (नकली) दवाओं और कॉस्मेटिक्स के रैपर व पैकेजिंग बॉक्स छापने
वाली एक सक्रिय प्रिंटिंग यूनिट जब्त की है।
क्राइम ब्रांच के पुलिस उपायुक्त आदित्य गौतम ने सोमवार को बताया कि इस मामले में पहले ही
शम्री राम, गौरव भगत और परमोद कुमार गुप्ता को नकली दवाओं के निर्माण और बिक्री के आरोप
में गिरफ्तार किया जा चुका है। आगे की जांच में यह खुलासा हुआ कि इन नकली दवाओं और
कॉस्मेटिक उत्पादों के लिए पैकेजिंग सामग्री की आपूर्ति एक प्रिंटिंग यूनिट से की जा रही थी। जांच
के दौरान पुलिस ने रामा रोड, दिल्ली स्थित एक प्रिंटिंग प्रेस पर छापेमारी की। यहां से ‘स्किन शाइन’
नामक नकली मलहम के रैपर छापने में इस्तेमाल किए जा रहे दो डाई फ्रेम बरामद किए गए। इसके
साथ ही नकली दवाओं की पैकेजिंग करने वाली पूरी यूनिट का पर्दाफाश किया।
पुलिस उपायुक्त के अनुसार पकड़ा गया पहला आरोपित अनिल सिंह रावत (46) बुराड़ी का रहने वाला
है। वह रामा रोड पर स्थित प्रिंटिंग प्रेस चला रहा था और यहीं से नकली दवाओं के लिए रैपर और
बॉक्स तैयार कर सह-आरोपित शम्री राम को सप्लाई करता था। दूसरा आरोपित राहुल अग्रवाल (31)
नंगली मोड़, दिल्ली का रहने वाला है। यह शम्री राम के निर्देश पर उक्त प्रिंटिंग प्रेस से नकली
दवाओं की पैकेजिंग के ऑर्डर देता था। पुलिस का कहना है कि इस गिरोह के पीछे और आगे के सभी
लिंक खंगाले जा रहे हैं। कच्चे माल के स्रोत, सप्लाई चेन और वितरण नेटवर्क से जुड़े अन्य
आरोपितों की पहचान कर उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा, ताकि नकली दवाओं और कॉस्मेटिक्स
के पूरे नेटवर्क को जड़ से खत्म किया जा सके।

