नई दिल्ली, 22 दिसंबर । अंग्रेजी नववर्ष स्वागत के अवसर पर सनातनी संस्कृति के संदर्भ
में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिन अनारकली गार्डन, जगतपुरी स्थित श्री राजमाता जी
मंदिर में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे कथित अत्याचारों को लेकर गहरी पीड़ा और रोष व्यक्त
किया गया। कथा के दौरान स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज ने कहा कि बांग्लादेश में बार-बार
चुनकर हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है, जो अत्यंत निंदनीय और अमानवीय है। उन्होंने केंद्र
सरकार से राजनीतिक, कूटनीतिक या अन्य प्रभावी माध्यमों से हस्तक्षेप की मांग की और संयुक्त
राष्ट्र संघ व मानवाधिकार आयोग की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। स्वामीजी के आह्वान पर उपस्थित
भक्तों ने दो मिनट का मौन रखकर पीड़ितों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। कथा-व्यास आचार्य
मनोज कृष्ण जी ने श्रीमद्भागवत पुराण को साक्षात् भगवान का स्वरूप बताते हुए कहा कि भागवत
कथा मानव को ईश्वर मार्ग की ओर अग्रसर करती है और जीवन में शांति व मुक्ति का मार्ग दिखाती
है। कथाविराम पर देवगन परिवार द्वारा आरती तथा सरदार गुरुदेव सिंह जी द्वारा प्रसाद वितरण की
व्यवस्था की गई।

