Saturday, December 6, 2025
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पहला स्वदेशी डाइविंग सपोर्ट पोत ‘निस्तार’ भारतीय नौसेना में शामिल

नई दिल्ली, 09 जुलाई । भारत का पहला स्वदेशी डाइविंग सपोर्ट जहाज ‘निस्तार’ भारतीय नौसेना में शामिल हो गया है। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि निस्तार गहरे समुद्र में गोताखोरी और बचाव अभियान चला सकता है। उन्होंने बताया कि यह जहाज गहरे जलमग्न बचाव पोत (डीएसआरवी) के लिए ‘मदर शिप’ के रूप में भी काम करेगा ताकि पानी के नीचे किसी पनडुब्बी में आपात स्थिति में कर्मियों को बचाया और निकाला जा नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड की तरफ से पहला स्वदेशी रूप से
डिजाइन और निर्मित डाइविंग सपोर्ट वेसल निस्तार 8 जुलाई को विशाखापट्टनम में भारतीय नौसेना को सौंपा गया।

जहाज कई खूबियों से लैस है

उन्होंने बताया कि यह जहाज कई खूबियों से लैस है और गहरे समुद्र में गोताखोरी और बचाव अभियान चला सकता है।यह क्षमता दुनिया भर की चुनिंदा नौसेनाओं के पास ही है। इस पोत को भारतीय नौवहन रजिस्टर (आईआरएस) के वर्गीकरण नियमों के अनुसार डिजाइन और निर्मित किया गया है। ‘निस्तार’ नाम संस्कृत से लिया गया है और इसका अर्थ है मुक्ति, बचाव या मोक्ष. प्रवक्ता ने बताया कि 118 मीटर लंबे और लगभग 10,000 टन भार वाले इस जहाज मे गोताखोरी के लिए अत्याधुनिक उपकरण लगे हैं और यह 300 मीटर की गहराई तक समुद्र में गोताखोरी करने में सक्षम है।

नौसेना प्रवक्ता ने बताया

75 प्रतिशत स्वदेशी सामग्री और तकनीक का इस्तेमाल नौसेना प्रवक्ता ने बताया कि जहाज में 75 मीटर की गहराई तक डाइविंग ऑपरेशन चलाने के लिए
एक साइड डाइविंग स्टेज भी है। यह 1000 मीटर की गहराई तक गोताखोरों की निगरानी और बचाव अभियान चलाने के लिए रिमोट से संचालित वाहनों से सुसज्जित है. उन्होंने कहा कि ‘निस्तार’ में लगभग 75 प्रतिशत स्वदेशी सामग्री और तकनीक का इस्तेमाल हुआ है। इसकी डिलीवरी भारतीय नौसेना की खोज में एक और मील का पत्थर है. साथ ही यह भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत निर्मित किया गया है.

01 जुलाई को आईएनएस तमाल नौसेना में शामिल
इससे पहले, 01 जुलाई को रूस निर्मित निर्देशित मिसाइल फ्रिगेट आईएनएस तमाल को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था, जो कई तोपों, निगरानी प्रणालियों और ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल से लैस है. 125 मीटर लंबा, 3900 टन वजनी यह युद्धपोत भारत और रूस की अत्याधुनिक तकनीक के समायोजन से बना है और इसकी मारक क्षमता काफी ज्यादा है. आईएनएस तमाल, तुशील श्रेणी का दूसरा जहाज है, जो आईएनएस तलवार और तेग का उन्नत संस्करण है.

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