नई दिल्ली, 24 दिसंबर । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र की नरेन्द्र मोदी
सरकार पर व्यापारिक जगत में एकाधिकार को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि
इस समय सरकार ने छोटे व्यापारियों को अपनी खराब नीतियों की जंजीरों में बांध दिया है। उन्होंने
यह भी कहा कि देश का वैश्य समाज हताश है और वह इस समुदाय के साथ खड़े हैं जो अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने वैश्य समाज के प्रतिनिधियों से मुलाकात का एक वीडियो बुधवार को
अपने सोशल मीडिया मंच पर साझा किया। राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘जिस समाज ने
देश की अर्थव्यवस्था में ऐतिहासिक योगदान दिया, आज वही हताश है। यह खतरे की घंटी है।’
उन्होंने दावा किया कि सरकार ने एकाधिकार को खुली छूट दे दी है, और छोटे-मध्यम व्यापारियों को
नौकरशाही और गलत जीएसटी जैसी खराब नीतियों की जंजीरों में बांध दिया है। उन्होंने कहा, ‘यह
सिर्फ नीति की गलती नहीं है बल्कि यह उत्पादन, रोज़गार और भारत के भविष्य पर सीधा हमला है।
भाजपा सरकार की इसी सामंतवादी सोच के खिलाफ लड़ाई है। और इस लड़ाई में देश के व्यापार की
रीढ़ – वैश्य समाज के साथ मैं पूरी ताकत से खड़ा हूं।’
इस वीडियो के मुताबिक, वैश्य समाज के प्रतिनिधियों ने अपनी समस्याओं से राहुल गांधी को अवगत
कराया। ये व्यापारी जूता निर्माण, कृषि उत्पाद, बिजली, पेपर व स्टेशनरी, ट्रैवल, स्टोन कटिंग,
केमिकल्स और हार्डवेयर जैसे विविध उद्योगों से जुड़े हैं।

