नई दिल्ली, 17 अगस्त । भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय
अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) की अपनी ऐतिहासिक यात्रा पूरी कर रविवार तड़के भारत लौट आए।
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका ढोल-नगाड़ों के साथ जोरदार स्वागत हुआ।
केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, इसरो
अध्यक्ष डॉ. वी. नारायणन, शुभांशु की पत्नी कामना शुक्ला और उनके बेटे सहित कई लोग उनकी
अगवानी के लिए मौजूद थे। शुभांशु आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे और इसके बाद
अपने गृहनगर लखनऊ रवाना हो सकते हैं।
शुभांशु शुक्ला नासा के एक्सिओम-4 मिशन का हिस्सा थे, जो 25 जून 2025 को अमेरिका के
फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च हुआ था। उन्होंने 26 जून को ISS पहुंचकर 18 दिन वहां
बिताए और 60 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग किए। इस मिशन में उनके साथ अमेरिका की पैगी
व्हिटसन, पोलैंड के स्लावोज उज़्नान्स्की-विस्निविस्की और हंगरी के टिबोर कापू शामिल थे। 15
जुलाई को वे कैलिफोर्निया तट पर सुरक्षित लैंड हुए। शुभांशु 41 साल बाद अंतरिक्ष यात्रा करने वाले
पहले भारतीय बने, जिसने देश का गौरव बढ़ाया।
दिल्ली एयरपोर्ट में हुआ स्वागत
शुभांशु के साथ उनके बैकअप अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर भी भारत लौटे, जो
भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ के लिए चुने गए हैं। दिल्ली एयरपोर्ट पर तिरंगे
लहराकर और ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत के दृश्य ने सभी का ध्यान खींचा। एक वीडियो में शुभांशु
अपने बेटे को गले लगाते नजर आए, जिसने लोगों का दिल जीत लिया।
शुभांशु ने शेयर किया पोस्ट
शुभांशु ने भारत लौटने से पहले इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट साझा की, जिसमें लिखा, “भारत
वापस आने के लिए विमान में बैठते ही मेरे दिल में कई तरह की भावनाएं उमड़ रही हैं। मुझे उन
शानदार लोगों को पीछे छोड़कर जाने का दुख है, जो इस मिशन के दौरान पिछले एक साल से मेरे
दोस्त और परिवार थे। मैं अपने सभी दोस्तों, परिवार और देशवासियों से मिलने को उत्साहित हूं।”
उन्होंने बॉलीवुड फिल्म ‘स्वदेश’ के गीत ‘यूं ही चला चल राही, जीवन गाड़ी है समय पहिया’ का जिक्र
करते हुए जीवन के बदलाव को स्वीकार करने की बात कही।
शुभांशु के सम्मान में विशेष सत्र आयोजित
शुभांशु 22-23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस समारोह में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली लौटेंगे।
उनके गृहनगर लखनऊ में उनके स्कूल, सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस), ने उनके स्वागत के लिए
एक भव्य परेड की घोषणा की है। इसके अलावा, संसद में सोमवार को शुभांशु के सम्मान में एक
विशेष सत्र आयोजित होगा।
पीएम ने की सरहाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से स्वतंत्रता दिवस संबोधन में शुभांशु की
उपलब्धि की सराहना की थी और भारत के अंतरिक्ष स्टेशन विकसित करने की योजना पर जोर दिया
था। शुभांशु की यह वापसी न केवल भारत के लिए गर्व का क्षण है, बल्कि यह देश के युवाओं और
भावी वैज्ञानिकों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।

