नई दिल्ली, 22 अगस्त । दिल्ली के शाहदरा स्थित श्री राजमाता झंडेवाला मंदिर में स्वामी
श्री राजेश्वरानंद जी महाराज एवं गुरुमां के सान्निध्य में ऐतिहासिक देहदान संकल्प उत्सव धूमधाम
से आयोजित हुआ। यह आयोजन स्वामी जी के पिताजी की पुण्यतिथि के अवसर पर संपन्न हुआ,
जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों, साधु-संतों, समाजसेवियों और जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत बाल कलाकार मिश्रा बंधु के भजन और 61 देहदानियों द्वारा सामूहिक गायत्री
मंत्र से हुई। इसके बाद दधीचि देहदान समिति एवं विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक
कुमार, केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा, डीसीपी संदीप लांबा, संत श्रीनिवासन तंबूरान और डॉ. शेफाली मदान
समेत कई गणमान्य लोगों ने दीप प्रज्वलित कर अनुष्ठान का शुभारंभ किया।
इस मौके पर स्वामी राजेश्वरानंद जी ने कहा कि मृत्यु के बाद शरीर को जलाने से बेहतर है उसे
किसी जरूरतमंद के जीवन कार्य में लगाया जाए। आलोक कुमार ने देहदान को अंत्येष्टि का ही एक
रूप बताया, जबकि केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने इसे डॉक्टर्स की रिसर्च और चिकित्सा क्षेत्र के लिए
बेहद उपयोगी बताया।
संत श्रीनिवासन तंबूरान ने युवाओं को इस सेवा भाव में आगे आने की प्रेरणा दी। वहीं डॉ. शेफाली
मदान ने देहदान से होने वाले भविष्य के वैज्ञानिक और चिकित्सा लाभों की जानकारी दी। इस
कार्यक्रम के सफल आयोजन में दधीचि देहदान समिति और मंदिर प्रबंधन के साथ-साथ कई
समाजसेवी, राजनेता, पत्रकार और पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। अनुष्ठान के बाद भक्तों
के लिए भंडारे की व्यवस्था की गई।

