नई दिल्ली, 22 अगस्त । उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने वेलकम स्थित
अटल झील एवं पार्क का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उनके साथ निगम अधिकारियों सहित कई
जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान सांसद ने झील की बदहाल स्थिति पर चिंता जताते हुए
अधिकारियों को तत्काल योजना बनाकर इसे सुधारने और जनता के लिए आकर्षण का केंद्र बनाने के निर्देश दिए।
पर्यावरण संरक्षण का संदेश
निरीक्षण के दौरान सांसद मनोज तिवारी ने आंवला का पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी
दिया। इस मौके पर उनके साथ जोन चेयरमैन पुनीत शर्मा, निगम उपायुक्त अभिषेक मिश्रा, निगम
पार्षद मुकेश बंसल, रितेश सूजी, जिला अध्यक्ष विनोद कुमार, भाजपा नेता आनंद त्रिवेदी, आशीष
पुनिया और अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
लंबित परियोजनाओं पर सवाल
सांसद तिवारी ने कहा कि यह विकास कार्य एक दशक से अधिक समय से लंबित पड़ा था। उन्होंने
बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी अमृत योजना के तहत इस परियोजना को शुरू
करवाया गया था। शुरुआत में इसकी लागत लगभग 14 करोड़ रुपये तय की गई थी, जो आगे बढ़कर
17 करोड़ रुपये हो गई। बाद में अतिरिक्त कार्यों के लिए और धन की आवश्यकता पड़ी, जिसके लिए
10 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि भी स्वीकृत करवाई गई।
भ्रष्टाचार पर गंभीर आरोप
मनोज तिवारी ने आम आदमी पार्टी (आप) पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि तय राशि का सही
उपयोग नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि “केजरीवाल की मानसिकता वाली निगम सरकार” ने
भ्रष्टाचार की गुंजाइश पैदा करने के लिए लागत को 24 करोड़ रुपये तक बढ़ा दिया। साथ ही, अटल
जी के नाम पर बनी झील और पार्क का नाम बदलकर “बॉलीवुड पार्क” करने की भी कोशिश की गई।
निगम के जरिए विकास का भरोसा
सांसद ने कहा कि यह तय किया गया है कि झील और पार्क का विकास अब निगम स्वयं करेगा
और किसी निजी हाथों में नहीं सौंपा जाएगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि निर्माण कार्य पूरा होने के
बाद यह झील और सुंदरता से परिपूर्ण पार्क लोगों के आकर्षण का बड़ा केंद्र बनेगा।
अटल झील का नाम रहेगा बरकरार
जोन अध्यक्ष पुनीत शर्मा ने स्पष्ट किया कि अब अटल झील का नाम नहीं बदला जाएगा। निगम
अधिकारी जो भी योजना तैयार करेंगे, उसे सांसद मनोज तिवारी के सहयोग से पूरा किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पहले अधूरे रह गए कामों को अब पूरी तरह से पूरा किया जाएगा और झील का
संचालन भी निगम के माध्यम से ही होगा।

