नई दिल्ली, 26 अगस्त । दिल्ली पुलिस की केंद्रीय जिला एएटीएस और रंजीत नगर थाने
की संयुक्त टीम ने एक अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के एक
सक्रिय सदस्य, अमनदीप सिंह को दिल्ली से लेकर हरियाणा के मुरथल तक लगभग 100 किलोमीटर
तक पीछा करने के बाद गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए चोरी की
फॉर्च्यूनर कार से पुलिसकर्मियों को कुचलने का भी प्रयास किया।
नाटकीय गिरफ्तारी और बरामदगी
पुलिस को 11 अगस्त की रात गुप्त सूचना मिली थी, जिसके आधार पर उन्होंने पंजाब जा रहे
अमनदीप का पीछा शुरू किया। मुरथल टोल पर जब पुलिस ने उसे घेरने की कोशिश की, तो उसने
पुलिस टीम पर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया और फिर गाड़ी छोड़कर खेतों में छिप गया। कई घंटों
की तलाशी के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपी के पास से चोरी की एक
फॉर्च्यूनर, दो क्रेटा और एक किआ सेल्टोस समेत कुल चार लग्जरी गाड़ियां बरामद की हैं। अमनदीप
सिंह पंजाब के अमृतसर का रहने वाला एक कुख्यात चोर है और उस पर पहले से ही 9 आपराधिक
मामले दर्ज हैं। उसकी गिरफ्तारी से पुलिस ने हत्या के प्रयास और वाहन चोरी के कुल 5 मामले
सुलझाने का दावा किया है।
दुबई से ऑपरेट होता था चोरी का हाई-टेक नेटवर्क
इस गिरोह का काम करने का तरीका बेहद हाई-टेक और अनूठा था, जिसने पुलिस को भी हैरान कर दिया।
सुरक्षा सिस्टम को हैक करना: चोर सबसे पहले लग्जरी कारों के सुरक्षा सिस्टम को निष्क्रिय करते थे।
दुबई भेजना सिक्योरिटी कोड: वे कार की पिछली विंडशील्ड पर लगे होलोग्राम की तस्वीर खींचते थे,
जिसमें सिक्योरिटी कोड होता था। इस तस्वीर को दुबई में बैठे एक तकनीकी विशेषज्ञ को भेजा जाता था।
नया कोड प्राप्त करना: दुबई में बैठा विशेषज्ञ कार के सिस्टम को अनलॉक करके एक नया कोड
वापस भेजता था।
गाड़ी स्टार्ट कर फरार: इसके बाद चोर शीशा तोड़कर एक नई मशीन से गाड़ी को स्टार्ट करते और
आसानी से लेकर फरार हो जाते थे।
अमनदीप का मुख्य काम चोरी की गई गाड़ियों को दिल्ली से पंजाब तक पहुंचाना था। पुलिस अब
उससे पूछताछ कर रही है ताकि इस अंतरराज्यीय गिरोह के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।

