नई दिल्ली, 03 सितंबर । दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने युवाओं से संस्कृति के हरण,
सभ्यता और संस्कारों को मिटते के खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हम
प्रभु कृष्ण के अनुयायी है, हम गलत को गलत कहने की ताकत रखें, चाहे सामने कोई कितना भी
बड़ा क्यों न हो। यदि हम सब थोड़ा-थोड़ा करके देश और समाज के लिए काम करना शुरू कर दें तो
बदलाव निश्चित है। उन्हाेंने यह विचार बुधवार काे इस्कॉन द्वारा भारतीय संस्कृति, पर्यटन एवं
वेलनेस विषय पर आयोजित ‘कॉन्टेंट क्रिएटर्स समिट’ में व्यक्त किए। इस कार्यक्रम में 500 से
अधिक कंटेंट क्रिएटर्स ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय पर्यावरण,
वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव, दिल्ली सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा
व अन्य गणमान्य लाेग उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं की ब्रिगेड दिन प्रतिदिन बढ़नी चाहिए
क्योंकि अब देश को आपकी जरूरत है। कोई भी व्यक्ति हमारे देश की ओर उंगली उठाए और हम
चुप रहें, ऐसा हो नहीं सकता। जवाब देने का समय आ गया है। उन्होंने आगे कहा कि आज देश के
लिए योद्धा बनने का समय है। यह लड़ाई चाहे मोबाइल और कंप्यूटर के माध्यम से लड़ी जाए,
उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी सरहद पर बंदूक उठाकर लड़ी जाती है। जब हम संस्कृति का हरण
होते देखें, जब सभ्यता और संस्कारों को मिटते देखें, तो हमें आवाज उठानी ही होगी। प्रभु कृष्ण के
अनुयायी होने के नाते हमें वही साहस दिखाना होगा कि गलत को गलत कहने की ताकत रखें, चाहे
सामने कोई कितना भी बड़ा क्यों न हो। यदि हम सब थोड़ा-थोड़ा करके देश और समाज के लिए
काम करना शुरू कर दें, तो बदलाव निश्चित है।
दिल्ली सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य
युवाओं को राष्ट्र, धर्म और संस्कृति से जोड़ना है। विशेषकर ऐसे युवा जिनकी आवाज मुखर है और
जिन्हें पूरी दुनिया सुनती है, उन्हें एक जगह पर लाकर सही दिशा देना समय की जरूरत है। उन्होंने
कहा कि ऐसे आयोजनों से यह संदेश जाता है कि संस्कृति, अध्यात्म और राष्ट्रहित को बढ़ाने में
युवाओं की सक्रिय भूमिका कितनी जरूरी है। जब नई पीढ़ी इन मूल्यों से जुड़ेगी, तभी विकसित
भारत का सपना साकार होगा। इस अवसर पर इस्कॉन ने घोषणा की कि आगामी 12 अक्टूबर को
दिल्ली में मेगा यूथ इवेंट का आयोजन किया जाएगा जिसमें लगभग 15,000 युवा सदस्य भाग लेंगे।
यह आयोजन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘नशा मुक्त भारत’ अभियान और ‘विकसित भारत’ पहल को
समर्पित होगा। इस पहल का उद्देश्य दिल्ली को एक ऐसे शहर के रूप में प्रस्तुत करना है, जहां हर
नागरिक और पर्यटक भारतीय संस्कृति को न केवल देख सके, बल्कि उसे जी भी सके और महसूस भी कर सके।

