नई दिल्ली, 19 अक्टूबर । मध्य जिले की साइबर थाना पुलिस ने अंतरराज्यीय साइबर
ठगी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए लखनऊ से तीन आरोपिताें को गिरफ्तार किया है। इनमें एक
आरोपित खुद को सोशल मीडिया ‘इंफ्लुएंसर’ बताता है। जिसके करीब एक लाख इंस्टाग्राम फॉलोअर्स
हैं। यह आरोपित अपने बैंक खातों को साइबर अपराधियों को बेचकर सोशल मीडिया करियर के लिए
पैसा जुटा रहा था।
मध्य जिले के पुलिस उपायुक्त निधिन वलसन ने रविवार काे बताया कि साइबर पुलिस ने यह
कार्रवाई दो अलग-अलग मामलों में की है। गिरोह ऑनलाइन “वर्क फ्रॉम होम” ऑफर, फर्जी
मार्केटप्लेस और म्यूल बैंक खाते के जरिये देशभर में लोगों को ठगता था।
पुलिस उपायुक्त के अनुसार पहले मामले में पीड़िता स्मिता वर्मा को होटल रेटिंग का झांसा देकर
31,800 की ठगी की गई। इस मामले में आरोपित आलोक कुमार (32) और आदित्य शुक्ला (22) काे
गिरफ्तार किया। दोनों लखनऊ (उप्र) के रहने वाले हैं। आलोक ने दो और आदित्य ने छह बैंक खाते
खोलकर ठगों को कमीशन पर बेचे थे।
वहीं, दूसरे मामले में फेसबुक मार्केटप्लेस पर सेना अधिकारी बनकर एक व्यक्ति से 1.81 लाख की
ठगी की गई थी। इसमें आरोपित हुकुम सिंह रावत उर्फ अनुज (19) को लखनऊ से दबोचा है। वह
बीए द्वितीय वर्ष का छात्र और महत्वाकांक्षी ‘इंफ्लुएंसर’ है। उसने स्वीकार किया कि उसने अपने
खाते 4–5 प्रतिशत कमीशन पर साइबर गिरोह को बेचे।
पुलिस उपायुक्त के अनुसार पुलिस ने तकनीकी निगरानी और डिजिटल ट्रैकिंग के जरिए आरोपितों
को दबोचा। पुलिस ने कई बैंक खाते और डिजिटल सबूत बरामद किए हैं। खातों को फ्रीज करने और
गिरोह के बाकी सदस्यों का पता लगाने के प्रयास जारी हैं।

