नई दिल्ली, 30 दिसंबर। शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने आम आदमी पार्टी पर
गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि पार्टी राजधानी में आवारा कुत्तों की गिनती के नाम पर शिक्षकों
को लगाए जाने का झूठा प्रचार कर रही है। उन्होंने इस आरोप को पूरी तरह बेबुनियाद बताते हुए
कहा कि आम आदमी पार्टी केवल भ्रम फैलाने और समाज में गलत संदेश देने का काम कर रही है।
मंगलवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने कहा कि सोमवार को
सोशल मीडिया पर एक संगठित अभियान चलाया गया, जिसमें यह दावा किया गया कि दिल्ली के
शिक्षकों को आवारा कुत्तों की गिनती के कार्य में लगाया गया है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि
ऐसा कोई आदेश, परिपत्र या निर्देश जारी नहीं किया गया है और यह पूरी तरह झूठा प्रचार है।
आशीष सूद ने आम आदमी पार्टी को खुली चुनौती देते हुए कहा कि यदि शिक्षकों को आवारा कुत्तों
की गिनती में लगाए जाने से संबंधित कोई भी आधिकारिक आदेश या सर्कुलर मौजूद है, तो उसे
तुरंत जनता के सामने रखा जाए। यदि ऐसा कोई दस्तावेज नहीं है, तो आम आदमी पार्टी को दिल्ली
की जनता से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने आम आदमी पार्टी के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि तथाकथित राष्ट्रीय नेता और
स्वयं को बेरोजगार नेता कहने वाले लोग जानबूझकर दिल्ली के सामाजिक ताने-बाने को खराब करने
की कोशिश कर रहे हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि केवल झूठ बोलकर और फिर जिम्मेदारी से बचकर
भाग जाना राजनीति को बचाने का तरीका नहीं हो सकता।
प्रेस वार्ता में आशीष सूद ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी ने यह तक झूठ फैलाया कि यदि
कोई बच्चा स्कूल में सांता क्लॉज बनकर आएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा
कि आम आदमी पार्टी ने न तो शिक्षा के क्षेत्र में कोई ठोस कार्य किया और न ही प्रशासनिक स्तर
पर दिल्ली के विकास के लिए कोई मजबूत कदम उठाया।
उन्होंने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी का तथाकथित शिक्षा मॉडल अब जनता के सामने पूरी तरह
बेनकाब हो चुका है। दिल्ली की जनता ने उनके दावों को नकार दिया है। चुनावों में उनके शिक्षा मंत्री
और मुख्यमंत्री की हार इस बात का प्रमाण है कि जनता अब झूठ और शोर की राजनीति को
स्वीकार नहीं कर रही है।
आशीष सूद ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी केवल आरोप-प्रत्यारोप और भ्रम फैलाने की
राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि जब रेखा गुप्ता सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई कर रही
है, तब आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचारियों के पक्ष में खड़ी नजर आती है। यह सवाल उठता है कि
आखिर पार्टी को भ्रष्टाचारियों से इतना प्रेम क्यों है।
अंत में शिक्षा मंत्री ने आम आदमी पार्टी की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए दोहराया कि यदि पार्टी के
पास शिक्षकों को आवारा कुत्तों की गिनती में लगाए जाने से जुड़ा कोई प्रमाण है तो उसे सामने लाए,
अन्यथा दिल्ली की जनता से माफी मांगे।

