इतना तो सभी जानते हैं कि केवल डिग्रियां एक अच्छी नौकरी दिलवाने के लिए काफी नहीं होती हैं।
केवल उच्च शिक्षा हासिल करके आप यह भरोसा नहीं कर सकते हैं कि आपको रोजगार जरूर मिल
जाएगा। आज के प्रतियोगी युग में एक अच्छी नौकरी सुनिश्चित बनाने के लिए आवश्यक है कि युवा
विभिन्न शैक्षिक योग्यताओं के साथ-साथ टैक्नीकल व सॉफ्ट स्किल्स में भी माहिर हों। तभी उनको
अन्य आवेदकों के मुकाबले तरजीह दी जा सकेगी।
व्यक्तित्व निखारें: हर वर्ष बड़ी संख्या में युवा देश भर के शैक्षिक संस्थानों से डिग्रियां लेकर नौकरी
की तलाश में निकलते हैं। ऐसे में उनमें सॉफ्ट स्किल्स डिवैल्प करने पर भी काफी जोर दिया जाने
लगा है। कारोबारी तथा मूल शिष्टाचार, ड्रैसिंग सैंस, बॉडी लैंग्वेज तथा कॉऑर्डिनेशन स्किल्स किसी
भी इंटरव्यू में बड़ा अंतर डाल सकते हैं। इन दिनों कम्पनियां अपने कर्मचारियों में पेशेवर कौशल के
अलावा व्यावहारिक कौशल की मांग भी करती हैं। क्लाइंट्स तथा टीम सदस्यों से मेल-मिलाप तथा
तालमेल के साथ काम करने के लिए ये कौशल बेहद जरूरी माने जाते हैं। इनमें दक्ष व्यक्ति काम के
दबाव तथा तनाव को बेहतर ढंग से झेल सकता है।
इंटर्नशिप लें: अपने में खासियत पैदा करने में इंटर्नशिप विशेष रूप से मददगार साबित हो सकती है।
यदि आपके कॉलेज की ओर से आपको इंटर्नशिप के मौके दिए जाते हैं तो इसका पूरा-पूरा लाभ
उठाएं। अपनी ओर से भी किसी कम्पनियों में इंटर्नशिप के लिए आवेदन किया जा सकता है। इससे
बहुत कुछ सीखने को मिलता है।
नई भाषा सीखें: आज वैश्विक स्तर पर काम करने के मौके पहले से कहीं अधिक हैं। ऐसे में यदि
आपको देश-विदेश की कोई अतिरिक्त भाषा का ज्ञान है तो आपके लिए नौकरी पाने के मौके भी
उतने ही अधिक बढ़ जाते हैं। बहुराष्ट्रीय कम्पनियों में तो विदेशी भाषा का ज्ञान रखना एक विशिष्ट
योग्यता मानी जाती है।
अच्छी ऑनलाइन इमेज से होगा फायदा:- इन दिनों नियोक्ता सोशल नैटवर्किंग वैबसाइट्स पर
उम्मीदवारों के अकाऊंट्स को भी देख सकते हैं। इनकी मदद से उन्हें उम्मीदवारों के व्यक्तित्व या
व्यवहार के बारे में कुछ हद तक जानकारी मिल सकती है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप वहां ऐसी
जानकारी दें जो आप नियोक्ता को आपकी खूबियों के बारे में बता सकें। अच्छे ग्रुप्स से आपका जुड़ा
होना भी नियोक्ताओं को प्रभावित कर सकता है।

