जिले में जल सहेलियों कर रही बेहतरीन कार्य, केंद्र स्तर पर भी हो रही प्रशंसा
जल शक्ति अभियान की टीम ने की प्री-मानसून विजिट की समीक्षा
कैथल, 20 जून। जल शक्ति अभियान के तहत जिला कैथल की केंद्रीय नोडल ऑफिसर भूमिका वर्मा ने कहा कि पेड़-पौधे जल संरक्षण में अहम भूमिका निभाते हैं। वन विभाग के सहयोग से जिला में ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाए जाएं तथा उनकी देखभाल भी अच्छे तरीके से की जाए। दौरे के दौरान गांव में मिले सुझाव के तहत जिला में मुख्यालय स्तर पर एक ऐसा प्रस्ताव भी भेजा जाए, जिसमें किसानों को ट्यूबवेल कनेक्शन देते समय कुछ पौधे लगाने अनिवार्य किए जाएं। इसके अलावा ग्रे वॉटर को उपयोग में लाने के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का भी कोई प्लान तैयार किया जाए। जल संरक्षण को लेकर सभी विभागों के अधिकारी आपसी तालमेल के साथ गंभीरता से कार्य करें।
केंद्रीय नोडल ऑफिसर भूमिका वर्मा शुक्रवार को अपने दौरे के तीसरे दिन लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हॉल में जल शक्ति अभियान के तहत विभिन्न विभागों के अधिकारियों, जल सहेली तथा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से जल संरक्षण को लेकर समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहीं थीं। उन्होंने कहा कि हमें सभी को मिलकर जल संरक्षण की दिशा में कार्य करना है, जिसमें जिला प्रशासन का पूरा सहयोग रहेगा। इसमें आमजन की भागीदारी ज्यादा से ज्यादा सुनिश्चित की जाए। जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर नल में जल पहुंचाया जा रहा
है, लेकिन संबंधित अधिकारी ध्यान रखें कि पानी की गुणवत्ता अच्छी हो। इसके अलावा वाटर टेस्टिंग किट का उपयोग कैसे किया जाना है, इसकी भी पूर्ण जानकारी लोगों तक पहुंचाई जाए, ताकि सही डाटा मिल सके। दौरे के दौरान नैना गांव के स्कूल में जो किचन गार्डनिंग का जो बेहतरीन कार्य किया है, इसके बारे में आसपास के स्कूलों को जागरूक करें। उन्होंने सिंचाई विभाग को निर्देश दिए कि यह प्री-मानसून विजीट है, इसलिए जो भी लंबित कार्य हैं, उन्हें तेजी से पूरा करना सुनिश्चित करें। मनरेगा के तहत नहरों व ड्रेनों की सफाई चल रही है,
इसमें भी तेजी लाएं। कृषि विभाग द्वारा डीएसआर तकनीक से धान की खेती करने पर पानी बचत होती और सरकार द्वारा भी किसान को प्रोत्साहन राशि दी जाती है। इसके बारे में किसानों को जागरूक करें। इस मौके पर जल सहेली रचना ने भी अपने विचार साझा किए।
उन्होंने कहा कि घटता भू जल स्तर भविष्य के लिए काफी संकट पैदा कर सकता है। राजौंद व गुहला में भूजल स्तर काफी कम है। इन स्थानों पर अटल भू जल योजना के अंतर्गत जल सहेलियां गांव में घर-घर जाकर पानी को बचाने के लिए जागरूक कर रही है, जिसके तहत लोगों की मानसिकता में काफी बदलाव हुआ है। जल सहेलियों का यह बेहतरीन कार्य है,
जिसकी प्रशंसा हरियाणा में ही नहीं, बल्कि केंद्र स्तर पर भी हो रही है। ग्राउंड वाटर लेवल में कैसे सुधार हो, इसके लिए विभिन्न योजनाओं के तहत कार्य किया जा रहा है, वहीं ग्रामीणों को समय-समय पर प्रशिक्षण के दौरान समझाया भी जा रहा है। इसलिए संबंधित विभाग इस योजना का पूरा डाटा तैयार करें।
इस मौके पर जिला परिषद के सीईओ सुरेश राविश, सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता गुरविंद्र सिंह, बीडीपीओ नेहा शर्मा, अन्नू टोंक, जगजीत सिंह, जन स्वास्थ्य विभाग से एसडीओ गोपाल वैध, जिला सलाहकार दीपक कुमार के अलावा अन्य संबंधित अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

