कैथल । भारत की कम्यूनिस्ट पार्टी माक्र्सवादी राज्य कमेटी हरियाणा ने अमेरिका द्वारा ईरान पर की गई बमबारी की निंदा की है। राज्य सचिव कामरेड प्रेम चंद ने प्रेस को बयान जारी करते हुए कहा कि अमेरिका द्वारा की गई यह कार्रवाई ईरानी संप्रभुता और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का गंभीर उल्लंघन है, इससे वैश्विक तनाव बढ़ेगा, पश्चिम एशिया में अस्थिरता आएगी और
गंभीर आर्थिक परिणाम होंगे। अमेरिका और इजराइल यह दावा करके अपने हमलों को उचित ठहरा रहे हैं कि ईरान परमाणु हथियार विकसित करने की कगार पर था। हालांकि यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने 19 जून को कहा कि हमारे पास ईरान द्वारा परमाणु हथियार बनाने के लिए व्यवस्थित
प्रयासों के कोई सबूत नहीं है। यहां तक कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने भी स्वीकार किया कि उनके पास इस बात के निर्णायक सबूत नहीं हैं कि ईरान परमाणु हथियार विकसित कर रहा है। इसके अलावा, ईरान परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षरकर्ता बना हुआ है। इन तथ्यों के बावजूद, इजरायल ने ईरान और अमेरिका के बीच किसी भी संभावित वार्ता को विफल
करने के लिए 12 जून को ईरान पर हमला किया। अब अमेरिका भी इजरायल के साथ इस आक्रामक कार्रवाई में शामिल हो गया है। भले ही राष्ट्रपति ट्रम्प ने वार्ता के लिए दो सप्ताह का समय दिया था। भारत सरकार को तुरंत अमेरिका समर्थक, इजरायल समर्थक अपनी विदेश नीति के रुख को त्यागना चाहिए और युद्ध को रोकने के लिए वैश्विक प्रयासों में शामिल होना
चाहिए। हम अपनी सभी इकाइयों से साम्राज्यवादी आक्रामकता के इस कृत्य के खिलाफ तुरंत विरोध कार्रवाई आयोजित करने का आह्वान करते हैं और हमारे देश के सभी शांतिप्रिय लोगों से अमेरिकी हमले की निंदा करने में हमारे साथ शामिल होने का आग्रह करते हैं।

