Saturday, December 6, 2025
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हमें दूसरों की प्रसन्नता का कारण बनना चाहिए, परेशानी का नहीं : प्रमुख समाजसेवी विनेश मेहता 

इंडिया गौरव, राहुल सीवन।

जिला कैथल के प्रमुख समाजसेवी व गौ भक्त विनेश मेहता पप्पू ने एक भेंटवार्ता के दौरान मानवता और सेवा पर आधारित विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि जीवन का सबसे बड़ा उद्देश्य यह होना चाहिए कि हम दूसरों के चेहरे पर मुस्कान ला सकें।उन्होंने कहा कि इंसान का मूल्य उसकी पढ़ाई, पैसे या ओहदे से नहीं, बल्कि उसके व्यवहार और सेवा भावना से तय होता है। विनेश मेहता ने कहा कि यदि हम किसी का भला नहीं कर सकते तो कम से कम उसका बुरा करने से बचना चाहिए।

गौ सेवा और जनकल्याण में वर्षों से सक्रिय विनेश मेहता ने युवाओं से अपील की कि वे दूसरों की मदद को जीवन का मूल मंत्र बनाएं। उन्होंने कहा कि असली धर्म वही है जो पीड़ित की सेवा करे और किसी के दुख का कारण न बने।समाज में बढ़ती ईर्ष्या और नकारात्मकता पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि हमें आत्मावलोकन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक छोटी सी मुस्कान भी किसी के दिन को बेहतर बना सकती है, इसलिए हमें हर किसी से प्रेमपूर्वक व्यवहार करना चाहिए।

मेहता ने कहा कि दूसरों की भलाई करने से आत्मा को सच्चा सुकून मिलता है। उन्होंने यह भी कहा कि सच्ची सेवा वही है जो बिना स्वार्थ के की जाए। समाज को सकारात्मक दिशा में ले जाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक होना होगा। उन्होंने कहा कि यदि हर व्यक्ति संकल्प ले कि वह किसी की परेशानी का कारण नहीं बनेगा, तो समाज में बहुत बड़ा बदलाव आ सकता है। गौ सेवा का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि मूक प्राणियों की सेवा भी उतनी ही पुण्यकारी है।

उन्होंने कहा कि जब हम दूसरों की मदद करते हैं तो परमात्मा भी हमारी मदद के लिए तत्पर रहता है। आज समाज को ऐसे विचारों की सबसे अधिक आवश्यकता है जो एकता, प्रेम और सहयोग को बढ़ावा दें। विनेश मेहता ने कहा कि हमें दूसरों के लिए वह करना चाहिए जो हम अपने लिए चाहते हैं। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे सोशल मीडिया पर व्यर्थ समय गंवाने की बजाय सेवा कार्यों से जुड़ें। उन्होंने कहा कि राष्ट्र सेवा का मार्ग समाज सेवा से होकर ही गुजरता है।

मेहता ने यह भी कहा कि जीवन क्षणभंगुर है, इसलिए हर दिन को सार्थक बनाएं। उन्होंने कहा कि दूसरों को दुख देना सबसे बड़ा पाप है, जबकि प्रसन्नता देना सबसे बड़ा पुण्य। कार्यक्रम के समापन पर उन्होंने सबको सेवा, सहयोग और करुणा का संदेश दिया और सभी से सकारात्मक समाज निर्माण में भागीदार बनने का आग्रह किया।

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