Saturday, December 6, 2025
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बीडीएस छात्रा ने कमरे में फांसी लगाकर दी जान, दो प्रोफेसर हिरासत में

सुसाइट नोट में लिखा- कॉलेज प्रशासन से थी परेशान

ग्रेटर नोएडा, 19 जुलाई । ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा विश्वविद्यालय में बीडीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा ने कथित तौर पर संकाय सदस्यों के उत्पीड़न के चलते खुदकुशी कर ली। यह घटना
विश्वविद्यालय परिसर में हुई। इस मामले में छात्रा को प्रताड़ित करने के आरोप में डीन समेत सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर दो प्रोफेसर को हिरासत में लिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट में अपर पुलिस उपायुक्त ने बताया कि नालेज पार्क थाना क्षेत्र में स्थित शारदा विश्वविद्यालय में बीडीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा ज्योति शर्मा ने छात्रावास के अपने कमरे में पंखे से लटकर खुदकुशी कर ली। उन्होंने बताया कि गुरुग्राम निवासी ज्योति के पिता रमेश जांगड़ा ने विश्वविद्यालय के डीन डॉक्टर एम सिद्धार्थ और प्रोफेसर सैरी मैडम, महेंद्र, अनुराग अवस्थी एवं सुरभि के अलावा एक अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।

रमेश का आरोप

रमेश का आरोप है कि इन लोगों के उत्पीड़न, दुर्व्यवहार और धमकी देने के कारण उनकी बेटी ने खुदकुशी की है। छात्रा के पिता रमेश के मुताबिक ज्योति ने उसके साथ दुर्व्यवहार होने के बारे में उन्हें बताया था और उन्होंने कॉलेज में आकर इस बारे में डीन और अन्य लोगों से बातचीत की थी। उन्हें आश्वासन दिया गया था कि ज्योति के साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार नहीं किया जाएगा, लेकिन उसके बाद भी उसे प्रताड़ित किया जाता रहा। उन्होंने कहा कि शुक्रवार देर रात उन्होंने अपनी बेटी को फोन किया लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। इसके बाद उनकी बेटी के साथ कमरे में रहने वाली एक अन्य छात्रा ने कमरे का दरवाजा खटखटाया लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला।

रमेश ने दावा किया

रमेश ने दावा किया है कि उन्होंने रात में ग्रेटर नोएडा पुलिस को घटना की सूचना दी लेकिन कॉलेज प्रशासन ने पुलिस को भी सूचित नहीं किया था। उन्होंने कहा कि छात्रा ने मरने से पहले सुसाइड नोट लिखा है, जिसमें उसने कॉलेज प्रशासन के लोगों को आरोपी ठहराया है। थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और दो प्रोफेसर महेंद्र एवं सैरी मैडम को हिरासत में लिया गया है। शारदा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति ने कहा कि मामले की विश्वविद्यालय के स्तर पर आंतरिक जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में डीन ने उन्हें बताया कि छात्रा ने अपने एक टेस्ट’ की कॉपी में प्रोफेसर के फर्जी हस्ताक्षर किए थे जिसे लेकर उसे टोका गया था और उसके परिजनों को भी बुलाकर यह बात बताई गई थी। उन्होंने कहा कि कॉलेज प्रशासन इस मामले की
जांच में पुलिस की पूरी मदद करेगा।

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