वाराणसी, 02 अगस्त । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र
वाराणसी पहुंचे। किसान सम्मान निधि की 20 वीं किस्त जारी करने के साथ ही पीएम मोदी
ने अपने संसदीय क्षेत्र को विकास योजनाओं की कई सौगात भी दी।
पीएम मोदी ने कहा, “काशी के मेरे मालिकों, मैंने अपनी बेटियों के सिंदूर का बदला लेने का जो
वचन दिया था, वो भी पूरा हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज हम काशी से देशभर के लाखों
किसानों से जुड़े हुए हैं। सावन का महीना हो, काशी जैसा पवित्र स्थान हो, और देश के किसानों के
साथ जुड़ने का मौका हो, इससे बड़ा सौभाग्य क्या हो सकता है? आज मैं ऑपरेशन सिंदूर के बाद
पहली बार काशी आया हूं। जब 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादी हमला हुआ था”
“26 निर्दोष लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। उनके परिवार की पीड़ा, उन बच्चों का दुख, उन
बेटियों की वेदना से मेरा हृदय बहुत तकलीफ से भर गया था। तब मैं बाबा विश्वनाथ से यही मना
रहा था कि सभी पीड़ित परिवार को इस दुख को सहने की हिम्मत दें।”
उन्होंने कहा कि काशी के मेरे मालिकों, मैंने अपनी बेटियों के सिंदूर का बदला लेने का जो वचन
दिया था, वो भी पूरा हुआ है। ये महादेव के आशीर्वाद से ही संभव हुआ है। पीएम मोदी ने कहा कि
देश के किसानों के खाते में पौने चार लाख करोड़, यूपी के ढाई करोड़ किसानों को 90 हजार करोड़
और बनारस के किसानों के खाते में 900 करोड़ रुपए पीएम श्री किसान सम्मान राशि डाली गई।
पीएम मोदी ने कहा कि इन दिनों काशी में गंगाजल लेकर जाते हुए शिव भक्तों की तस्वीरें देखने को
मिलती हैं। खासकर सावन के पहले सोमवार को जब हमारे यादव बंधु बाबा का जलाभिषेक करने
निकले तो उनका समूह कितना मनोरम होता है। डमरू की आवाज गलियों में कोलाहल का अद्भुत
भाव प्रकट करता है। मोदी ने कहा कि मेरी भी बहुत इच्छा थी कि सावन में बाबा विश्वनाथ और
मार्कण्डेय महादेव के दर्शन करूं, लेकिन मेरे वहां जाने से महादेव के भक्तों को असुविधा न हूं,
इसलिए मैं आज यहीं से भोलेनाथ और मां गंगा को प्रणाम कर रहा हूं।
उन्होंने आगे कहा, “हम सेवापुरी के ई-मंच से बाबा विश्वनाथ को प्रणाम करते हैं। नम: पार्वती पतये,
हर-हर महादेव। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ दिनों पहले मैं तमिलनाडु में था। मैं वहां
1000 साल पुराने एक ऐतिहासिक मंदिर गया था जिसे महान राजा राजेंद्र चोल ने बनवाया था।
राजेंद्र चोल ने उत्तर भारत से गंगाजल लाकर उत्तर को दक्षिण से जोड़ा था। आज काशी तमिल
संगमम जैसे प्रयासों के माध्यम से इसे आगे बढ़ाने का एक विनम्र प्रयास हो रहा है। देश की एकता
की हर बात एक नई चेतना जगाती है और तभी ऑपरेशन सिंदूर सफल होता है। 140 करोड़
देशवासियों की एकता ही ऑपरेशन सिंदूर की ताकत बनती है।”
पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर जवानों के पराक्रम का वह पल और आज किसानों को प्रणाम
करने का अवसर। आज यहां एक विराट किसान उत्सव का आयोजन हो रहा है। हमारी सरकार
किसानों के हित में निरंतर काम कर रही है। लेकिन, पहले की सरकारों में किसानों के नाम पर एक
भी घोषणा पूरी होना मुश्किल होता था। भाजपा सरकार जो कहती है, वो करके दिखाती है। आज
पीएम किसान सम्मान निधि सरकार के पक्के इरादों को उदाहरण बन चुकी है। उन्होंने कहा कि
आपको याद होगा 2019 में जब पीएम किसान सम्मान निधि शुरू हुई तो सपा-कांग्रेस जैसे विकास
विरोधी लोग कैसी-कैसी अफवाहें फैला रहे थे। किसानों को उलझन में डाल रहे थे। कोई कहता मोदी
भले योजना लाया, जैसे 2019 का चुनाव जाएगा, सब बंद हो जाएगा। कैसा झूठ बोलते हैं। यही
दुर्भाग्य है कि निराशा की गर्त में डूबा हुआ विरोधी मानसिकता वाले लोग ऐसी की झूठी सच्चाई को
लेकर जी रहे हैं।

