अजमेर, 18 सितंबर । राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में अमर शहीद मदन लाल ढींगरा
की जयंती पर कुलपति प्रो. आनंद भालेराव की अध्यक्षता में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय परिसर स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई।
डीन अकादमिक प्रो. डी.सी. शर्मा ने कहा कि शहीद मदन लाल ढींगरा का नाम सुनते ही त्याग,
साहस और राष्ट्रभक्ति जैसे शब्द जीवंत हो उठते हैं। वे बचपन से ही देशभक्त थे और उच्च शिक्षा
के लिए लंदन प्रवास के दौरान इंडिया हाउस में विनायक दामोदर सावरकर व श्याम जी कृष्ण वर्मा से
प्रभावित होकर क्रांतिकारी विचारधारा की ओर अग्रसर हुए। उन्होंने कहा कि ढींगरा जी ने भारत की
गरीबी और सामाजिक समस्याओं को समझा तथा उनका समाधान स्वराज और स्वदेशी आंदोलन में
देखा। इस तरह के जयंती आयोजन हमें राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा देते हैं और युवाओं को देशहित में
योगदान करने का संकल्प दिलाते हैं।
उप कुलसचिव मनीष भोमिया ने कहा कि मदन लाल ढींगरा केवल एक क्रांतिकारी नहीं, बल्कि एक
ऐसा विचार हैं जो आज भी भारतीय युवाओं की रगों में प्रवाहित होता है। वे मानते थे कि केवल
शिकायत करने से बदलाव नहीं आता, बल्कि कर्म और राष्ट्रसेवा ही सर्वोच्च धर्म है। कार्यक्रम के अंत
में कुलसचिव अमरदीप शर्मा, परीक्षा नियंत्रक मुरली मोहन सांगड़ी, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष,
शिक्षक, कर्मचारी और विद्यार्थियों ने शहीद को पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर
पर विश्वविद्यालय की जनसंपर्क अधिकारी अनुराधा मित्तल ने कार्यक्रम का संचालन किया।

