कहा : सडक़ों पर गहरे गड्ढ़े बन रहे है लोगों के लिए हादसों का कारण
ढांड, 11 जुलाई। हैफेड के पूर्व डायरैक्टर एवं समाजसेवी रामचंद्र जडौला ने कहा कि प्रदेश में मानसून के आरंभ होते ही अधिकतर नगरों में जलभराव की भीषण समस्या सामने आ गई है। छोटे कस्बों से लेकर बड़े शहरों तक, हर जगह सडक़ों पर पानी का अंबार, गड्डों से भरी टूटी सडक़े और सीवर की बदहाल व्यवस्था ने लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। लोगों को भारी परेशानियों का समाना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि शहरों में लोगों को घर से बाहर निकलना दूभर हो गया है। नालों की सफाई न होने के कारण सडक़ों पर पानी भरा पड़ा है, गाडिय़ों का आवागमन ठप है और कई जगहों पर घरों में भी पानी घुस गया है।
रामचंद्र जडौला ने कहा
छोटे दुकानदारों और रोज़मर्रा के कमाने-खाने वाले लोगों की हालत अत्यंत दयनीय हो गई है। नई अनाज मंडी ढांड में अपने प्रतिष्ठान पर बातचीत करते हुए समाजसेवी रामचंद्र जडौला ने कहा कि प्रदेश का ऐसा कोई शहर नहीं है जो जलभराव की समस्या से दो चार न हो रहा हो और ऊपर से प्रशासन द्वारा दावे किए जा रहे है कि नालों की सफाई करा दी गई है, जलभराव से निपटने की पूरी तैयारी कर ली गई है पर जरा सी बरसात सरकार के तमाम दावों की हवा निकालकर रख दी है। पूर्व हैफेड डायरैक्टर रामचंद्र जडौला ने कहा कि सडक़ों पर भरे पानी के कारण लोगों का आना-जाना मुश्किल हो गया है, वहीं गड्डों में छिपे खतरों ने बड़ी चिंता खड़ी कर दी है।
गड्डों में भरे पानी की वजह से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है
सडक़ों पर जगह-जगह गहरे गड्ढे बन चुके हैं, जो बारिश के पानी में पूरी तरह डूबे रहते हैं। इन गड्डों में भरे पानी की वजह से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। बीते दिनों में कई जगहों से बच्चों के डूबने की दुखद खबरें भी सामने आ चुकी हैं। उन्होंने सरकार व प्रशासन से मांग की है कि जलनिकासी की उचित व्यवस्था की जाए और गड्डों की मरम्मत जल्द की जाए। साथ ही परिजनों से अपील की गई है कि वे बरसात के इस मौसम में बच्चों का विशेष ध्यान रखें और उन्हें ऐसे स्थानों पर न जाने दें जहां पानी गहरा हो।

