Saturday, December 6, 2025
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तीज त्यौहार आपसी भाईचारे और सामाजिक सौहार्द का प्रतीक : रामचंद्र जडौला

कहा : संस्कृति को संभालकर व जीवन्त रखना हम सभी की नैतिक जिम्मेवारी

ढांड, 26 जुलाई । पूर्व हैफेड डायरैक्टर एवं समाजसेवी रामचंद्र जडौला ने कहा कि हरियाली तीज का त्यौहार सभी में हर्ष व उमंग से भरकर नई ऊर्जा का संचार करता है। तीज त्यौहार के माध्यम से हम अपनी सांस्कृतिक विरासत को सहेज कर रखते है। अपनी संस्कृति को संभालकर व जीवन्त रखना हम सभी की नैतिक जिम्मेवारी है। यह न केवल हरियाली के आगमन की खुशी का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक भाईचारे और सांस्कृतिक समृद्धि को भी दर्शाता है। उन्होंने कहा कि तीज पर्व खुशी का परिचायक है और हरियाणवीं संस्कृति में इसका खास

महत्व है। हम सबको हर पर्व की खुशियां मिल-जुलकर मनानी चाहिए। तीज त्यौहार का हरियाणा में विशेष महत्व है। यह त्यौहार आपसी भाईचारे और सामाजिक सौहार्द का प्रतीक है। इस पर्व को लेकर पूरे प्रदेश में खास उत्साह का माहौल रहता है। नई अनाज मंडी ढांड में अपने प्रतिष्ठान पर बातचीत करते हुए समाजसेवी रामचंद्र जडौला ने सभी को तीज पर्व की बधाई देते हुए कहा कि हरियाली तीज का पर्व समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देने का भी महत्वपूर्ण अवसर होता है। इस दिन विभिन्न जातियों, धर्मों और समुदायों के लोग एक

साथ मिलकर त्योहार मनाते हैं, जिससे आपसी भाईचारा और सौहार्द की भावना को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता के इस पर्व में विभिन्न जातियों और समुदायों के लोग एक साथ मिलकर न केवल त्योहार मनाते हैं, बल्कि अपने-अपने रीति-रिवाजों और परंपराओं को भी साझा करते हैं। इससे सामाजिक एकता और सांस्कृतिक समृद्धि में भी वृद्धि होती है। रामचंद्र जडौला ने कहा कि हरियाली तीज के अवसर पर आयोजित पारंपरिक खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी इस बात का प्रमाण हैं कि यह पर्व एकता और भाईचारे का

संदेश फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। गांवों में महिलाएं एक साथ मिलकर झूला झूलती हैं, गीत गाती हैं और खेल खेलती हैं। समाजसेवी रामचंद्र जडौला ने कहा कि आधुनिक समय में भी इस पारंपरिक पर्व की महत्ता कम नहीं हुई है। हरियाली तीज हरियाणा में केवल एक पारंपरिक उत्सव नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा पर्व है जो समाज में एकता, भाईचारे और सांस्कृतिक समृद्धि को बढ़ावा देता है। इस महोत्सव के माध्यम से हरियाणा के लोग न केवल अपने धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को पुनर्जीवित करते हैं, बल्कि सामाजिक एकता और सहयोग की भावना को भी मजबूत करते हैं।

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