
चेन्नई, 25 जून । अरबों लोगों की उम्मीदों और सपनों वाला एक्सिओम मिशन-4 भारतीय
यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला और चालक दल के तीन अन्य सदस्यों को लेकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष
स्टेशन के लिए दिन में 12 बजकर एक मिनट पर कैनेडी स्पेस सेंटर से रवाना हुआ। यह मिशन 14
दिन की अवधि का है1 यह मिशन 28 घंटों की यात्रा के बाद कल सुबह सात बजे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर उतरेगा।
मिशन में भारत, हंगरी,अमेरिका और पौलेंड के यात्री शामिल हैं।
इस मिशन के पायलट शुभांशु शुक्ला हैं और मिशन का नेतृत्व कमांडर पैगी व्हिटसन कर रही हैं।
हंगरी के अंतरिक्ष यात्री टिबोर कपू तथा पौलेंड के स्लावोज उज्नान्सकी-विस्नीवस्की मिशन विशेषज्ञ हैं।
नासा के सहयोग से यह ऐतिहासिक और प्रतिष्ठित मिशन भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया मील
का पत्थर साबित होगा जो नए क्षितिज की खोज के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा क्योंकि यह भारत के
तीन बेहद सफल चंद्र मिशनों और स्पैडेक्स प्रायोगिक डॉकिंग मिशन की पृष्ठभूमि में आता है। इसने
अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत को अंतरिक्ष में डॉकिंग और अनडॉकिंग तकनीक में महारत
हासिल करने वाला चौथा देश बनने में सक्षम बनाया।
‘एक्सिओम’ मिशन भारत के पहले मानव अंतरिक्ष यान मिशन, गगनयान के लिए महत्वपूर्ण होगा,
जिसे मानव रहित मिशनों के परीक्षण के बाद एक या दो साल बाद निर्धारित किया गया है। भारत ने
वर्ष 2040 तक भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है।
इस मिशन की पहली उड़ान 29 मई को उड़ान निर्धारित थी लेकिन प्रतिकूल मौसम
परिस्थितियों,एलओएक्स लीक और आईएसएस में मरम्मत कार्यों सहित विभिन्न कारणों से छह बार
इसका प्रक्षेपण टला लेकिन आज इसने आखिरकार लॉन्च पैड से शानदार तरीके से उड़ान भरी।

