
इंडिया गौरव, राहुल सीवन। सावन माह की पावन बेला में जब वातावरण शिवमय हो उठा है, ऐसे समय में जिला कैथल के प्रमुख समाजसेवी विपिन मुंजाल और जिला कैथल के प्रमुख समाजसेवी राजेंद्र राणा ने जनचेतना का अद्भुत संदेश दिया। उन्होंने कहा कि यह माह केवल धार्मिक अराधना का नहीं, बल्कि प्रकृति के प्रति हमारी जवाबदेही को निभाने का भी समय है। दोनों समाजसेवियों ने कहा कि पेड़-पौधे केवल हरियाली नहीं, बल्कि मानवता की जीवनरेखा हैं। पर्यावरण संरक्षण आज वक्त की पुकार है और सावन माह इस पुकार को सुनने का सर्वोत्तम अवसर। उन्होंने अपील की कि प्रत्येक श्रद्धालु इस पावन माह में कम से कम एक पौधा अवश्य रोपे और उसकी सेवा में देखभाल करें ताकि वह बड़ा होकर छाया व फल दे।
राजेंद्र राणा ने कहा
राजेंद्र राणा ने कहा कि वृक्षों में भी शिव का वास है। बेलपत्र, पीपल, वटवृक्ष जैसे अनेक वृक्ष पुराणों में पूजनीय माने गए हैं। ऐसे में यदि हम सावन में एक भी पौधा लगाते हैं, तो वह भगवान शिव को अर्पित सबसे सुंदर अर्घ्य होगा। विपिन मुंजाल ने कहा कि जब धरती हरी रहेगी, तभी जीवन सुरक्षित रहेगा। आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ वायु और जल तभी मिलेगा जब आज हम प्रकृति की रक्षा का संकल्प लेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि यह केवल वृक्षारोपण का काम नहीं, एक भावनात्मक आंदोलन है ।हर आंगन में हरियाली, यही हो सावन की सच्ची भक्ति। दोनों समाजसेवियों ने युवाओं से विशेष आग्रह किया कि वे सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से आगे बढ़कर जमीनी स्तर पर पर्यावरण को बचाने में योगदान दें। पौधारोपण को ट्रेंड नहीं, परंपरा बनाएं।
विपिन मुंजाल व राजेंद्र राणा ने अंत में संकल्प लिया
उन्होंने कहा कि यह समय है जब धर्म और धरती एक साथ पुकार रहे हैं वृक्ष लगाओ, भविष्य बचाओ। विपिन मुंजाल व राजेंद्र राणा ने अंत में संकल्प लिया कि इस सावन में वे 100 पौधे स्वयं लगाएंगे और जन-जन को इससे जोड़ेंगे। जहां हर घर हो हरा, वहीं सच्चा सावन खिला। इस भाव को लेकर दोनों समाजसेवी निकटवर्ती गांवों और कॉलोनियों में वृक्षारोपण अभियान चलाएंगे और आने वाले समय में इसे जनांदोलन का रूप देंगे।

