इंडिया गौरव, राहुल सीवन। प्रदेश के प्रमुख समाजसेवी बृजमोहन गांधी ने कहा कि सादगी भरा जीवन ही इंसान को भीतर से मजबूत बनाता है और उसके विचारों को ऊंचा करता है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति सादा जीवन जीता है, वह दिखावे से दूर रहता है और अपने आचरण से समाज को नई दिशा देता है।
बृजमोहन गांधी का मानना है कि जीवन में असली सुख आराम से नहीं, बल्कि ईमानदारी और संतुलन से आता है। जब विचार ऊंचे होते हैं, तब जीवन का हर कदम सकारात्मकता से भरा होता है। उन्होंने कहा कि आज का समय युवाओं के लिए चुनौतीपूर्ण है, लेकिन अगर वे सादगी और विचारशीलता को अपनाएं तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं।
समाजसेवी गांधी ने यह भी बताया कि इतिहास गवाह है कि महापुरुषों ने हमेशा सादा जीवन जीकर ही महान उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे दिखावे से दूर रहें और अपने जीवन में संस्कारों, संयम और सेवा की भावना को अपनाएं।
उन्होंने कहा कि कपड़ों और बाहरी चमक से नहीं, बल्कि विचारों की रोशनी से इंसान की पहचान होती है। सादा जीवन व्यक्ति को आत्मिक शांति, संयम और संतुलन प्रदान करता है। ऐसे व्यक्ति का व्यवहार भी समाज में प्रेरणा का स्रोत बनता है। उन्होंने कहा कि अगर हर नागरिक अपने विचारों को ऊंचा और जीवन को सरल बनाए, तो समाज में नैतिकता, ईमानदारी और प्रेम का वातावरण बनेगा।
बृजमोहन गांधी ने अंत में कहा कि सादा जीवन केवल जीवनशैली नहीं, बल्कि एक आदर्श है, जिसे अपनाकर हम एक मजबूत और प्रेरणादायक समाज बना सकते हैं। इस अवसर पर उनके साथ लविश गांधी, चित्रा, शालिनी, अदिति, इंद्र मोहन गांधी, सोनिया, राजरानी, ममता शिमला, सुनील शिमला, वन्या, शिल्पा, शाइना व कार्तिक एवं अन्य समाजसेवी उपस्थित थे।

