
इंडिया गौरव, राहुल सीवन। अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस के अवसर पर प्रमुख समाजसेवी विनेश मेहता पप्पू व प्रमुख समाजसेवी रामपाल बंसल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यह दिवस हम सभी को सहयोग, समानता और भाईचारे का संदेश देता है । उन्होंने कहा कि सहकारिता केवल एक शब्द नहीं बल्कि एक ऐसी भावना है जो समाज के हर व्यक्ति को
जोड़ने का काम करती है। रामपाल बंसल ने कहा कि जिस तरह से समाज में एक-दूसरे के सहयोग से विकास की गाथा लिखी जाती है उसी तरह सहकारिता का सिद्धांत भी हमें सिखाता है कि मिलजुल कर ही बड़ी से बड़ी चुनौतियों को पार किया जा सकता है। विनेश मेहता पप्पू ने कहा कि सहकारी संस्थाएं समाज में आर्थिक सशक्तिकरण की रीढ़ हैं ये संस्थाएं न केवल
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देती हैं बल्कि युवाओं, महिलाओं और वंचित वर्गों को आत्मनिर्भर बनाने में भी अहम भूमिका निभाती हैं। उन्होंने कहा कि जब हम साथ मिलकर किसी कार्य को करते हैं तो उसकी सफलता की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। रामपाल बंसल ने बताया कि सहकारिता के माध्यम से बेरोजगारी, गरीबी और सामाजिक विषमता जैसी
समस्याओं का समाधान निकाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस दिवस के माध्यम से हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम समाज में सहकारिता की भावना को और अधिक मजबूत बनाएंगे जिससे हर व्यक्ति को आगे बढ़ने का अवसर मिल सके। विनेश मेहता पप्पू ने कहा कि सहकारिता के मूल मंत्र में ही समाज का उज्जवल भविष्य छिपा है। उन्होंने सभी युवाओं से
आह्वान किया कि वे सहकारी आंदोलनों से जुड़ें और अपने गांव, शहर व राष्ट्र के विकास में भागीदार बनें। दोनों समाजसेवियों ने कहा कि जब हम मिलकर काम करते हैं तो असंभव को भी संभव बना सकते हैं। यही इस दिवस का असली संदेश है

