
इंडिया गौरव, राहुल सीवन। पवित्र अमरनाथ यात्रा का आज विधिवत शुभारंभ हो गया है। हिमालय की वादियों में स्थित भगवान भोलेनाथ के पावन गुफा मंदिर के दर्शन के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु जुटते हैं। इस यात्रा का धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व अनंत है। अग्रवाल सभा सीवन के प्रधान सुमेश बंसल काका व प्रमुख समाजसेवी गोल्डी बंसल
ने यात्रा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अमरनाथ यात्रा केवल एक तीर्थयात्रा नहीं बल्कि श्रद्धा, विश्वास, साहस और आत्मिक जागृति का अद्वितीय संगम है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान हर कदम पर श्रद्धालुओं के अंदर भक्ति, समर्पण और संयम की परीक्षा होती है। पर्वतीय दुर्गमता के बावजूद लोग अडिग आस्था के साथ इस यात्रा को पूर्ण करते हैं।
सुमेश बंसल काका ने कहा कि अमरनाथ गुफा में प्राकृतिक रूप से बनने वाला हिम शिवलिंग ईश्वर की अनुपम कृति है, जो सृष्टि के चक्र और भगवान शिव की अनंतता का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि इस यात्रा में व्यक्ति सांसारिक मोह-माया को त्यागकर आत्मिक शांति और दिव्यता की अनुभूति करता है। प्रमुख समाजसेवी गोल्डी बंसल ने कहा कि अमरनाथ यात्रा भारत की आध्यात्मिक एकता और धार्मिक सहिष्णुता का भी परिचायक है, जहां विभिन्न प्रांतों, भाषाओं और संस्कृतियों के लोग एक साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करते हैं।
उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान सेवा में लगे श्रद्धालु, लंगर समितियां, सुरक्षाबल और प्रशासनिक तंत्र भी उतनी ही श्रद्धा से सेवा में जुटे रहते हैं, जिससे मानवता का सर्वोत्तम रूप देखने को मिलता है। अमरनाथ यात्रा हर उम्र, हर वर्ग के लोगों को आस्था से जोड़ती है और जीवन के हर संघर्ष में सकारात्मक ऊर्जा देती है। उन्होंने अपील की कि सभी श्रद्धालु पर्यावरण संरक्षण का विशेष ध्यान रखें ताकि इस पवित्र धरोहर को भविष्य में भी अक्षुण्ण रखा जा सके।
दोनों समाजसेवियों ने कहा कि अमरनाथ यात्रा न केवल धार्मिक विश्वासों को मजबूत करती है बल्कि एक आध्यात्मिक अनुशासन भी सिखाती है, जो व्यक्ति को धैर्य, सहिष्णुता और करुणा का मार्ग दिखाती है। इस पावन यात्रा के शुभारंभ पर उन्होंने सभी श्रद्धालुओं को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कामना की कि भगवान भोलेनाथ सभी को सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करें। इस अवसर पर उनके साथ जोग ध्यान

