इंडिया गौरव, राहुल सीवन । रिटायर कर्मचारी संघ ब्लॉक सीवन की मासिक बैठक नगर के राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में सम्पन्न हुई, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में जिला सचिव जयप्रकाश शास्त्री ने भाग लिया। बैठक में बड़ी संख्या में सेवानिवृत्त कर्मचारी मौजूद रहे।
शास्त्री ने अपने जोरदार वक्तव्य में कहा कि हरियाणा सरकार ने पिछले 11 वर्षों में सेवानिवृत्त कर्मचारियों की एक भी मुख्य मांग को पूरा नहीं किया। उन्होंने बताया कि हाल ही में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक बैठक हुई, जिसमें सभी मुद्दों को जायज माना गया, लेकिन अभी तक उस बैठक की रिपोर्ट जारी नहीं की गई है।
उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा 25 मार्च को पारित वित्त विधेयक की आलोचना करते हुए कहा कि इस विधेयक से रिटायर कर्मचारियों को आठवें वेतन आयोग के लाभ से वंचित कर दिया गया है। उन्होंने इसे कर्मचारी विरोधी कदम बताया। शास्त्री ने चेताया कि अगर सरकार ने जल्द कोई कारवाई नहीं की, तो रिटायर कर्मचारी सड़कों पर उतरकर अपना आक्रोश प्रकट करने को मजबूर होंगे।
पूर्ण सैनी बोले: अब सरकार को चेताने का समय आ गया है, संघर्ष के लिए रहें तैयार
वरिष्ठ ब्लॉक नेता पूर्ण सैनी ने कहा कि कर्मचारियों की मांगें तर्कसंगत और संवेदनशील हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना सरकार की गंभीर भूल है। आयु बढ़ने के साथ पेंशन में स्वाभाविक वृद्धि मिलनी चाहिए, कैशलेस मेडिकल सुविधा और काॅम्यूटेशन रिकवरी बहाल हो। ये कोई कृपा नहीं, कर्मचारियों का अधिकार है। पूर्ण सैनी ने सभी कर्मचारियों से अपील की कि वे 15 जुलाई को कैथल सचिवालय पर होने वाले राज्य स्तरीय प्रदर्शन के लिए संगठित हों, और एकता का परिचय दें।
मास्टर रामनाथ चुटानी का तीखा सवाल: क्या सरकार हमें बोझ समझने लगी है?
वरिष्ठ नेता मास्टर रामनाथ चुटानी ने कहा कि सरकार की चुप्पी से यह आभास हो रहा है कि वह रिटायर कर्मचारियों को न तो सम्मान देना चाहती है और न ही राहत।अगर सरकार की नीतियां ऐसे ही रहीं, तो हम मजबूरन आंदोलन की राह पकड़ेंगे। अब और सहन नहीं किया जाएगा।उन्होंने स्पष्ट किया कि सेवानिवृत्त कर्मचारी भीख नहीं, बल्कि अपने हक की बात कर रहे हैं वह भी संविधान के दायरे में और गरिमा के साथ। उन्होंने कहा कि 15 जुलाई को कैथल और सितंबर में दिल्ली के जंतर मंतर पर निर्णायक प्रदर्शन किया जाएगा।
बैठक में बाबूराम गुप्ता, लक्ष्मण दास कामरा, नंद लाल रहेजा सहित अन्य नेताओं ने भी विचार व्यक्त किए और आंदोलन को तेज करने का आह्वान किया। इस अवसर पर काफी संख्या में सेवानिवृत कर्मचारी उपस्थित रहे।

