
कैथल । सीवन में पुलिस कर्मचारियों पर एक महिला को बर्बरता के साथ पीटने और थर्ड डिग्री टॉर्चर देने का सनसनीखेज आरोप लगा है। पीडि़त महिला को गंभीर हालत में परिजनों ने कैथल के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया है जहां उसके शरीर, खासकर गुप्तांगों पर गहरे चोट के निशान दिखाई दे रहे हैं। जानकारी के अनुसार सीवन में एक लडक़ी के कई दिनों से लापता होने की शिकायत पर पुलिस ने एक महिला को शक के आधार पर हिरासत में लिया था। पीडि़त महिला के परिजनों का आरोप है कि पूछताछ के दौरान एक महिला
पुलिसकर्मी और चार पुरुष पुलिसकर्मियों ने महिला को थर्ड डिग्री टॉर्चर किया। परिजनों का दावा है कि महिला निर्दोष है फिर भी उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया। उन्होंने बताया कि थाने में महिला के गुप्तांग से खून बह रहा था। महिला के पति को पुलिस ने बाथरूम में 3-4 बाल्टी पानी डालकर सफाई करने के लिए मजबूर किया। महिला की हालत और चोट के निशानों ने परिजनों और स्थानीय लोगों में आक्रोश है। कैथल के गणमान्य नागरिकों और पीडि़त के परिवार ने डीसी और एसपी कार्यालय पहुंचकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
मामला सामने आने के बाद सीवन के लोग लघु सचिवालय में डीसी और एसपी कार्यालय में दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग के लिए पहुंचे। महिला के पति रोहताश व भतीजे सचिन का कहना है कि पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है और उन पर केस को आगे न बढ़ाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। संदीप सैनी चेयरपर्सन प्रतिनिधि सीवन, शैली मुंजाल भाजपा नेत्री, मास्टर रतिराम पूर्व पार्षदआदि ने मांग की है कि दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
मामले की जांच की जाएगी : डीएसपी
डीएसपी सुशील कुमार ने कहा कि महिला एक मामले में आरोपी है और अगर उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ है तो इसकी जांच की जाएगी। हालांकि पुलिस की ओर से अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं दिख रही जिससे लोगों में नाराजगी बढ़ रही है। इस मामले ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। लोग और सामाजिक संगठन दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। यह मामला पुलिस की कार्यप्रणाली और मानवाधिकारों पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। इधर अस्पताल में भर्ती महिला की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है लेकिन पुलिस कार्रवाई से बचती नजर आ रही है।
पिटाई के आरोप मनघड़ंत हैं : एसएचओ
इस पूरे मामले पर थाना प्रभारी ओम प्रकाश ने कहा कि महिला की पिटाई का कोई मामला थाना परिसर में नहीं हुआ है और लगाए गए आरोप पूरी तरह से झूठे और मनघड़ंत हैं। उन्होंने बताया कि शनिवार दोपहर को महिला को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया था लेकिन उसके साथ किसी प्रकार की जोर-जबरदस्ती या मारपीट नहीं की गई। पूछताछ के बाद महिला को सकुशल वापस भेज दिया गया।

