विशाखापत्तनम, 24 दिसंबर (वेब वार्ता)। स्नेह राणा की अगुवाई में स्पिन गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन
के बाद शेफाली वर्मा की आक्रामक बल्लेबाजी से भारत ने पांच मैचों की श्रृंखला के दूसरे महिला टी20
अंतरराष्ट्रीय में श्रीलंका को 49 गेंद शेष रहते सात विकेट से हराकर 2-0 से बढ़त बना ली। श्रीलंका
को नौ विकेट पर 128 रन पर रोकने के बाद भारत ने 11.5 ओवर में तीन विकेट के नुकसान पर
लक्ष्य हासिल कर लिया।
शेफाली ने 34 गेंद में नाबाद 69 रन की पारी के दौरान 11 चौके और एक छक्का जड़ा। उन्होंने
अपनी इस शानदार पारी के दौरान दूसरे विकेट के लिए जेमिमा रोड्रिग्स (15 गेंद में 26 रन) के साथ
महज 28 गेंद में 58 रन की साझेदारी की। उन्होंने पहले विकेट के लिए स्मृति मंधाना (11 गेंद में
14 रन) के साथ 20 गेंद में 29 और तीसरे विकेट के लिए कप्तान हरमनप्रीत कौर (12 गेंद में 10
रन ) के साथ 24 गेंद में 41 रन की साझेदारी की।
इससे पहले स्नेह राणा ने चार ओवर में सिर्फ 11 रन खर्च करते हुए श्रीलंका की कप्तान चामरी
अटापट्टू का विकेट चटकाया। उन्हें युवा स्पिनरों वैष्णवी शर्मा और श्री चरनी का अच्छा साथ मिला।
इन दोनों गेंदबाजों ने दो-दो विकेट झटके। हर्षिता समरविक्रमा (32 गेंद में 33 रन) और अटापट्टू
(24 गेंद में 31) के उपयोगी योगदान के बावजूद श्रीलंका की टीम कभी भी मैच पर पकड़ नहीं बना
सकी। समरविक्रमा ने तीसरे विकेट के लिए हसिनी परेरा (22) के साथ 44 रन की साझेदारी की
जबकि अटापट्टू ने इससे पहले परेरा के साथ दूसरे विकेट के लिए 36 रन जोड़े थे।
लक्ष्य का पीछा करते हुए स्मृति मंधाना (14) ने काव्या कविंदी के खिलाफ दूसरे ओवर मे चौका और
फिर मल्की मदारा के खिलाफ छक्का जड़ आक्रामक शुरुआत की लेकिन चौथे ओवर की पहली गेंद
पर कविशा दिलहारी ने उन्हें पवेलियन भेज दिया। जेमिमा ने क्रीज पर आते ही चौका जड़ा तो वहीं
दूसरे छोर से शेफाली ने इनोका रनवीरा पर लगातार दो चौके जड़े। उन्होंने छठे ओवर में अटापट्टू के
खिलाफ लगातार गेंदों पर चौका, छक्का और चौका लगाकर पावरप्ले में भारत का स्कोर एक विकेट
पर 68 रन तक पहुंचा दिया।
दूसरे छोर से जेमिमा ने रनवीरा के खिलाफ चौका और छक्का जड़ रन गति को बनाये रखा। जेमिमा
बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में काव्या की गेंद पर कविशा को कैच दे बैठीं। जेमिमा के आउट होने
का शेफाली पर कोई असर नहीं पड़ा और उनकी आक्रामक बल्लेबाजी से टीम ने नौवें ओवर में ही
रनों का शतक पूरा कर लिया। उन्होंने अगले ओवर में काव्या के खिलाफ लगातार दो चौके के साथ
27 गेंद में इस प्रारूप का अपना 12वां अर्धशतक पूरा किया। स्कोर बराबर होने के बाद हरमनप्रीत
मदारा की गेंद पर बोल्ड हो गयी लेकिन रिचा घोष ने एक रन चुराकर टीम को जीत दिला दी।
इससे पहले गेंदबाजी करने के फैसले के बाद क्रांति ने पहले ओवर में ही विष्मी गुणारत्ने (एक) को
आउट कर भारत को शानदार शुरुआत दिलाई। अटापट्टू ने हालांकि उनके अगले ओवर में चौका और
छक्का जड़ने के बाद अरुंधति रेड्डी के खिलाफ डीप स्क्वायर लेग बाउंड्री के ऊपर से गेंद को दर्शकों
के दर्शन कराये। अटापट्टू छठे ओवर में दीप्ति शर्मा के बीमार होने के कारण टीम में आयी राणा के
खिलाफ बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में अमनजोत कौर को कैच दे बैठीं जिससे भारतीय गेंदबाजों ने
राहत की सांस ली।
क्रीज पर आयी समरविक्रमा ने वैष्णवी शर्मा का आठवें ओवर में स्वागत हैट्रिक चौके के साथ किया।
दूसरे छोर से परेरा ने क्रांति के खिलाफ चार रन के साथ रनगति को बनाये रखा। राणा का अगला
ओवर मेडन रहा जिससे 10 ओवर के बाद श्रीलंका का स्कोर दो विकेट पर 66 रन था। भारतीय
गेंदबाजों ने इसके बाद बाउंड्री लगाने से बल्लेबाजों को रोके रखा जिसका फायदा श्री चरणी को परेरा
के विकेट के रूप में मिला।
ने 17वें ओवर में श्रीचरणी की गेंद पर चौके के साथ श्रीलंका के रनों का शतक पूरा
किया लेकिन अगली गेंद पर अमनजोत के शानदार थ्रो पर रन आउट हो गयी। वैष्णवी ने अगले
ओवर में नीलाक्षी डिसिल्वा (दो) को श्री चरणी के हाथों कैच कराकर टी20 अंतरराष्ट्रीय में पहली
सफलता हासिल करने के बाद आखिरी ओवर में शशिनी गम्हानी को खाता खोले बिना चलता किया।
पिछले मैच में खराब क्षेत्ररक्षण करने वाली भारतीय टीम ने इस मुकाबले में कुछ शानदार कैच
लपकने के अलावा श्रीलंका के तीन बल्लेबाजों को रन आउट किया।

