Wednesday, December 24, 2025
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किसान जब ऊर्जा का प्रवाह करता है तो धरती सोना उगलती है : सीएम योगी

योगी ने किसानों को दी ट्रैक्टर की चाबी, हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

लखनऊ, 23 दिसंबर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसान सम्मान
दिवस पर किसानों का उत्साह बढ़ाते हुए उनकी मेहनत को प्रणाम किया। सीएम ने किसान समृद्धि
योजना के तहत ट्रैक्टर पाने वाले किसानों के चेहरे की चमक का जिक्र किया।

सीएम योगी ने कहा कि कोई किसान अपनी मां तो कोई पत्नी को ट्रैक्टर में बिठाकर ले जा रहा है।
यही किसान की ताकत होती है, सर्दी-गर्मी की परवाह किए बिना जब वह पसीना बहाता है और सर्दी
को अपनी अस्थियों में समाहित कर ऊर्जा का प्रवाह धरती मां के साथ करता है, तो खेती अन्न
उत्पादन के रूप में सोना उगलती है।

मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस पर
विधान भवन प्रांगण स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया। सीएम ने ‘किसान सम्मान दिवस’
पर किसानों को ट्रैक्टर की चाबी दी। साथ ही किसानों, वैज्ञानिकों, एफपीओ आदि को सम्मानित भी
किया। मुख्यमंत्री ने चौधरी चरण सिंह सीड पार्क अटारी लखनऊ के प्लॉट आवंटन प्रक्रिया का बटन
दबाकर शुभारंभ किया।

सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपनी मेहनत से किसानों ने प्रगति की है। 2014 में जब
नरेंद्र मोदी ने देश की बागडोर संभाली, तब पहली बार किसान भी सरकार के एजेंडे का हिस्सा बना।
धरती हमारी मां है और हम सभी इसके पुत्र हैं, इसलिए पुत्र का दायित्व है कि जब मां बीमार या

संकट में हो तो पुत्र उसे संकट से उबारने में योगदान दे। पहली बार स्वायल हेल्थ कार्ड के माध्यम से
पीएम मोदी ने 2014 में धरती मां की सेहत के बारे में हर किसी को जागरूक किया। अन्नदाता
किसानों को प्रधानमंत्री कृषि बीमा योजना से जोड़ा, फिर एक-एक करके प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई
योजना से लेकर पीएम किसान सम्मान निधि, एमएसपी की गारंटी हो या बीज से लेकर बाजार तक
किसानों की सुविधाओं को बढ़ाया गया।

सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के मसीहा, पूर्व प्रधानमंत्री व यूपी के पूर्व
मुख्यमंत्री चौधरी चरण सिंह को ‘भारत रत्न’ देकर किसानों का मान बढ़ाया। लघु व सीमांत किसानों
के लिए कृषि ऋण मोचन कार्यक्रम लागू किया। पहले किसान शासन की किसी भी योजना का अंग
नहीं था, लेकिन आज किसान को शासन की हर योजना का लाभ प्राप्त हो रहा है। आज बिचौलिया
किसानों की फसल का दाम नहीं तय करता। यदि किसान को बाजार में फसल का अच्छा दाम मिला
तो ठीक वरना सरकार उसे खरीदेगी। यूपी के अंदर धान, गेहूं, चना, सरसो, बाजरा, मक्का आदि फसलों का उत्पादन कई गुना बढ़ा है और लागत कम हुई है। यही किसानों की समृद्धि का आधार है।

सीएम योगी ने चौधरी चरण सिंह के वक्तव्य का जिक्र किया। वे हमेशा देश, गांव व किसान के हित
में काम करते थे। वे कहते थे कि जब तक किसान गरीब रहेगा, भारत अमीर नहीं हो सकता।
ग्रामीण भारत ही असली भारत है। भारत की समृद्धि का मार्ग देश के खेत व खलिहान से होकर

गुजरता है। जागरूक जनशक्ति ही सफल लोकतंत्र का आधार है। यूपी सरकार में उन्हें जब मौका
मिला तो भूमि सुधार कार्यक्रम लागू किया। जमींदारी उन्मूलन, भूमि सुधार अधिनियम के माध्यम से
उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया। बिचौलियों द्वारा किसानों का शोषण बंद करने के लिए
मंडी अधिनियम पारित कराया। पटवारी व्यवस्था का भी उन्मूलन किया। लघु-सीमांत किसानों के साढ़े

तीन एकड़ तक के भूखंड को भूराजस्व के भुगतान में छूट भी दिलाई। उर्वरकों को बिक्री कर से मुक्त
कराया। काम के बदले अनाज कार्यक्रम की शुरूआत भी की। कृषि व ग्रामीण विकास योजना के लिए
ऋण उपलब्ध कराने हेतु राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) की स्थापना में महत्वपूर्ण
भूमिका का निर्वहन किया।

सीएम योगी ने कहा कि 1996 से 2017 (21-22 वर्ष) में किसानों को जितना गन्ना मूल्य का
भुगतान नहीं हुआ था, उससे लगभग 75 हजार करोड़ रुपए अधिक धनराशि 8 वर्ष में किसानों के
खाते में डाली है। अभी हाल में ही गन्ना मूल्य का दाम बढ़ाया है। पेराई सत्र 2025-26 में अगेती

गन्ना 400 रुपये प्रति कुंतल निर्धारित किया गया है। सीएम ने कहा कि यूपी में किसान समृद्धि की
तरफ अग्रसर हुआ है। किसानों ने नई तकनीक और अच्छी क्वालिटी के बीज पर ध्यान दिया तो कम
लागत में अच्छा उत्पादन कर उत्तर प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं।

सीएम योगी ने कहा कि 8 वर्ष में डबल इंजन सरकार ने भारत सरकार के सहयोग से 20 नए कृषि
विज्ञान केंद्र स्थापित किए हैं। यूपी में इनकी संख्या अब 89 हो गई है। 9 क्लाइमेटिक जोन में इतने
कृषि विज्ञान केंद्र किसी राज्य में नहीं हैं। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस विकसित किए जा रहे हैं। सीएम ने

कहा कि चौधरी चरण सिंह की स्मृति को जीवंत बनाए रखने के लिए लखनऊ में आधुनिक तकनीक
पर आधारित सीड पार्क बन रहा है। उत्तम क्वालिटी का बीज किसानों को समय पर मिल जाए और
वह समय पर खेती करे तो 30 फीसदी उत्पादन बढ़ सकता है। बाराबंकी में टिश्यू कल्चर की
अत्याधुनिक लैब के लिए 31 एकड़ चिह्नित किया है, जो टिश्यू कल्चर (गन्ना, केले, आलू आदि
फसलों) के क्षेत्र में बड़ी भूमिका का निर्वहन करेगा।

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