नोएडा, 15 अगस्त । देश की आज़ादी के अमृत पर्व पर एमिटी विश्वविद्यालय में 79वां
स्वतंत्रता दिवस बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत एमिटी
विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा. बलविंदर शुक्ला द्वारा अधिकारियों और छात्रों के साथ ध्वजारोहण से हुई।
एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा. अशोक कुमार चौहान ने छात्रों को संबोधित करते हुए
कहा कि स्वतंत्रता दिवस हमारे बलिदानियों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता प्रकट करने का अवसर है।
उन्होंने कहा कि एमिटी न केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देता है, बल्कि शोध, नवाचार और उद्यमिता के
माध्यम से छात्रों को राष्ट्र निर्माण में योगदान के लिए तैयार करता है। “भविष्य की बागडोर आपके
हाथ में है, इसलिए देश के प्रति निष्ठा और समर्पण भाव के साथ कार्य करें,” उन्होंने कहा। डा.
चौहान ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत शीघ्र ही विकसित राष्ट्र और विश्व महाशक्ति बनेगा।
वाइस चांसलर डा. बलविंदर शुक्ला ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान और उनके
दृष्टिकोण को हमेशा याद रखना चाहिए। उन्होंने बताया कि एमिटी, छात्रों को एआई, क्वांटम
कंप्यूटिंग, स्पेस टेक्नोलॉजी, डिफेंस टेक्नोलॉजी जैसे आधुनिक क्षेत्रों में शोध एवं नवाचार के अवसर
उपलब्ध कराकर उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त बना रहा है।
ग्रूप वाइस चांसलर डा. गुरिंदर सिंह ने कहा कि यह केवल उत्सव का दिन नहीं, बल्कि बलिदानों को
याद करने और उनसे प्रेरणा लेने का दिन है। उन्होंने शिक्षा को देश के विकास की सबसे बड़ी ताकत
बताते हुए कहा कि एमिटी छात्रों को वैश्विक दृष्टिकोण प्रदान करता है ताकि वे ज्ञान का उपयोग राष्ट्र निर्माण में कर सकें।
कार्यक्रम में एमिटी के सांस्कृतिक क्लब के छात्रों ने ‘कर चले हम फिदा’, ‘वंदे मातरम’ और ‘जिंदगी
मौत ना बन जाए’ जैसे देशभक्ति गीतों के साथ मणिपुरी नृत्य और भरतनाट्यम की प्रस्तुतियां दीं।
इस अवसर पर एडिशनल वाइस चांसलर डा. संजीव बंसल, डा. सुनिल खत्री और एमिटी लॉ स्कूल के
चेयरमैन डा. डी. के. बंद्योपाध्याय सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।

