आरोप : सरकार न तो खाद की ब्लैक रोक सकी और न कमी पूरी कर सकी
ढांड, 20 जुलाई । भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी की हल्का स्तरीय बैठक युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना एडवोकेट की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक को संबोधित करते हुए युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना ने कहा कि धान की रोपाई का कार्य समाप्त हो चुका है। इस समय रोपी गई धान को यूरिया खाद की जरूरत है,लेकिन यह सरकारी व गैर सरकारी दुकानों पर उपलब्ध नहीं है। किसानों को कई-कई घंटो लाईनों में लगने के बाद भी खाद नहीं मिलने पर खाली हाथ घर लौटना पड़ रहा है।
किसान नेता विक्रम कसाना ने कहा
किसान नेता विक्रम कसाना ने कहा कि इस समय धान का पौधा फटाव की ओर अग्रसर है, ऐसे मे पौधे को नाइट्रोजन की अधिक जरूरत होती है, ताकि पौधा जल्दी से फुटाव करे, लेकिन किसानों को समय पर यूरिया खाद उपलब्ध नहीं हो रही है,जिससे उनको परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। युवा भाकियू प्रदेशाध्यक्ष कसाना ने कहा कि बहानेबाजी छोडक़र सरकार किसानों के लिए जल्द से जल्द खाद उपलब्ध करवाए। हरियाणा में यूरिया की कमी, कालाबाजारी और बढ़ी हुई कीमतों को लेकर किसानों में सरकार के खिलाफ रोष है। स्वयं को किसान हितैषी होने का दावा करने वाली प्रदेश की भाजपा सरकार हाथ पर हाथ रखकर बैठी हुई है।
खाद की कालाबाजारी
न तो सरकार खाद की कालाबाजारी रोक पा रही है और न ही खाद की कमी को दूर कर पाई है। किसान नेता विक्रम कसाना ने कहा कि धान की रोपाई के साथ ही क्षेत्र में खाद, विशेषकर डीएपी और यूरिया की मांग ने रफ्तार पकड़ ली है, लेकिन किसानों को यह खाद समय पर नहीं मिल रही है। दुकानदार व विभागीय स्टाक रिपोर्ट के बावजूद किसानों को खाद नहीं दे रहे, बल्कि निर्धारित मूल्य से ज्यादा दामों पर ब्लैक में बेच रहे है। किसानों का आरोप है कि उन्हें समय पर खाद नहीं मिल रही है, और जो खाद मिल रही है, वह भी ब्लैक मार्केट में बेची जा रही है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही खाद की कालाबाजारी पर अंकुश लगाने के साथ किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद मुहैया करवाई जाए।

