गांधीनगर, 27 जून । भारत 2029 में प्रतिष्ठित विश्व पुलिस और अग्निशमन खेलों
(डब्ल्यूपीएफजी) की मेज़बानी करके इतिहास रचने जा रहा है। यह खेलों में देश की बढ़ती ताकत और
दुनिया भर में कानून प्रवर्तन और अग्निशमन सेवा कर्मियों के बीच अंतरराष्ट्रीय संबंध बनाने की
उसकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
यह यात्रा 9 जून, 2022 को शुरू हुई, जब राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.)
बिमल एन. पटेल ने पत्र लिख कर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के समक्ष प्रस्ताव रखा। इसमें
आरआरयू की महत्वाकांक्षा को रेखांकित करते हुए कहा कि वह डब्ल्यूपीएफजी की मेजबानी के लिए
नोडल संगठन के रूप में काम करेगा। पत्र में विश्व पुलिस एवं अग्निशमन खेलों को ओलंपिक प्रकार
का बहु-खेल आयोजन बताया गया तथा भारत एवं सुरक्षा संगठनों के लिए अद्वितीय अवसर पर
प्रकाश डाला गया है।
प्रोफेसर पटेल के पत्र में इस तरह के आयोजन के बहुआयामी लाभों को प्रभावशाली ढंग से व्यक्त
किया गया जिसमें स्थानीय पर्यटन क्षेत्र और रोजगार सृजन का जिक्र है। इसके अलावा, इस पहल को
विभिन्न देशों के कानून प्रवर्तन संगठनों के साथ संबंधों को मजबूत करने के एक शक्तिशाली साधन
के रूप में देखा गया।
राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय ने पूरे आत्मविश्वास के साथ कहा कि वह 2027 में इस आयोजन की
मेजबानी के लिए उत्कृष्ट बुनियादी ढांचा विकसित करने में सक्षम है। बाद में अक्टूबर 2024 में
कैलिफोर्निया पुलिस एथलेटिक फेडरेशन (सीपीएएफ) के प्रतिनिधिमंडल ने आरआरयू का दौरा किया
और भारत में खेलों की मेजबानी के लिए तैयारी और भावना की सराहना की।
इस महत्वाकांक्षी प्रस्ताव ने भारत की सफल बोली के लिए आधार तैयार किया। आरआरयू की पहल
और गृह मंत्रालय के अटूट समर्थन से प्रेरित सामूहिक प्रयासों के परिणामस्वरूप भारत को
डब्ल्यूपीएफजी 2029 की मेजबानी का अधिकार प्राप्त हुआ है।

